Happy Gandhi Jayanti : महात्मा गांधी जी के बारे में कुछ रोचक तथ्य

Happy Gandhi Jayanti : महात्मा गांधी जी के बारे में कुछ रोचक तथ्य

महात्मा गांधी Mahatma Gandhi

देश की आजादी के प्रमुख योद्धा महात्‍मा गांधी को कौन नहीं जानता है। लेकिन कुछ ऐसी जानकारी भी है जो शायद आप नहीं जानते हों, तो आइए जानते है महात्‍मा गांधी जी के बारे में कुछ ऐसी ही रोचक तथ्य।

गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर गुजरात में हुआ था। महात्‍मा गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। 

गांधी जी के पिता का नाम करमचंद गांधी था, जो कि राजकोट के दीवान थे।और इनकी माता का नाम पुतलीबाई था। गांधी जी ने स्वतंत्रता के लिए सत्य और अहिंसा का रास्‍ता चुना था। गांधी जी ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अंग्रेजों के खिलाफ अपनी पूरी जीवन संघर्ष किया। 30 जनवरी 1948 को गांधी जी को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसलिए हर साल भारत में 30 जनवरी को शहीद दिवस मनाया जाता है। और उन्‍हें भारत का राष्ट्रपिता भी कहा जाता है। 

अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस : International Non Violence Day 

महात्मा गांधी जी की 153 वीं जन्म जयंती मनाने जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 जून 2007 को 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित किया था। भारत में गांधी जयंती पर स्कूल कॉलेज से लेकर अन्य शैक्षणिक संस्थानों व सरकारी कार्यालयों एवं दफ्तरों में विशेष कार्यक्रम आयोजितकिया जाता हैं। इसी दिन राजघाट पर महात्मा गांधी जी की समाधि पर राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी का अंतिम संस्कार किया गया था।

नमक सत्याग्रह : Salt Satyagraha

गांधी जी ने नमक सत्याग्रह 1930 में आयोजन किया, जिसमें गांधी जी ने ब्रिटिश नमक कानूनों के खिलाफ एक लंबा मार्च किया। इस मार्च ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी और यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में आया। गांधी जी और उनके अनुयायियों (चाहनेवालो) ने लगभग 240 मील की यात्रा की और सभी लोग समुद्र तट पर जाकर नमक बनाया। यह आंदोलन न केवल ब्रिटिश सरकार के खिलाफ एक मजबूत संदेश था, बल्कि इसने सभी लोगों को एकजुट किया।

गांधी जी के विचारधारा

महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं और उन्हें कई कारणों से याद किया जाता है।

  • अहिंसा: गांधी जी के लिए अहिंसा केवल युद्ध का अभाव नहीं था, बल्कि यह एक सक्रिय सिद्धांत था। उन्होंने यह विश्वास दिलाया कि सत्य और अहिंसा के माध्यम से ही समाज में बदलाव लाया जा सकता है।
  • सत्याग्रह: यह उनका एक महत्वपूर्ण सिद्धांत था, जिसका अर्थ है सत्य के लिए संघर्ष करना। उन्होंने इसे एक नैतिक तरीके के रूप में प्रस्तुत किया, जिसमें विरोध करना ही नहीं, बल्कि सत्य के पक्ष में खड़े होना भी शामिल था।
  • स्वदेशी: गांधी जी ने स्वदेशी सामान के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने "स्वदेशी" आंदोलन के माध्यम से भारतीय उद्योगों को बढ़ावा दिया और विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया।
  • सामाजिक समानता: उन्होंने जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई। उनका मानना था कि समाज में सभी को समान अधिकार मिलना चाहिए।

महात्मा गांधी जी के बारे में 17 रोचक बातें (17 interesting facts about Mahatma Gandhi)

1. गांधी जी की मातृ-भाषा गुजराती थी।

2. गांधी जी ने अल्फ्रेड हाई स्कूल, राजकोट से पढ़ाई की थी।

3. गांधी जी का जन्मदिन 2 अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय अंहिसा दिवस के रूप मे विश्वभर में मनाया जाता है।

4. वह अपने माता-पिता के सबसे छोटी संतान थे उनके दो भाई और एक बहन थी।

5. गांधी जी के पिता धार्मिक रूप से हिंदू तथा जाति से मोध बनिया थे।

6. माधव देसाई, गांधी जी के निजी सचिव थे।

7. गांधी जी की हत्या बिरला भवन के बगीचे में हुई थी।

8. गांधी जी और प्रसिध्द लेखक लियो टोलस्टोय के बीच लगातार पत्र व्यवहार होता था।

9. गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका के सत्याग्रह संघर्ष के दोरान जोहांसबर्ग से 21 मील दूर 1100 एकड़ की छोटी सी कालोनी, टॉलस्टॉय फार्म स्थापित की थी। 

10. गांधी जी का जन्म शुक्रवार को हुआ था, भारत को स्वतंत्रता शुक्रवार को ही मिली थी तथा गांधी जी की हत्या भी शुक्रवार को ही हुई थी।

11. महात्मा गांधी सैद्धांतिक रूप से फल, बकरी के दूध और जैतून के तेल पर जीवन निर्वाह करने लगे।

12. गांधी जी के पास कृत्रिम दांतों का एक सेट हमेशा मौजूद रहता था। जब उन्हें भोजन करना होता था, तभी उसका उपयोग करते थे।

13. गांधी जी को सबसे पहले सुभाष चन्द्र बोस ने वर्ष 1944 में रंगून रेडियो से ‘राष्ट्रपिता’ कहकर सम्बोधित किया था।

14. गांधी जी का सिविल राइट्स आंदोलन कुल 4 महाद्वीपों और 12 देशों तक फैला हुआ था।

15. विश्‍व में महात्‍मा गांधी के कार्यों को इस बात से समझा जा सकता है कि जिस देश से भारत को आजादी दिलाने के लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी, उसी ने उनके सम्मान में डाक टिकट जारी किया। गांधी जी के निधन के 21 साल बाद ब्रिटेन ने उनके नाम पर पहली बार डाक टिकट जारी किया।

16. भारत में अगर छोटी सड़कों को छोड़ दें तब भी गांधी जी को सम्‍मान देने के लिए उनके नाम पर कुल 53 बड़ी सड़कें हैं। जबकि विदेश में कुल 48 सड़कों के नाम उनके नाम पर हैं।

17. गाँधी जी ने 1930 में दांडी मार्च का नेतृत्व किया और 1942 में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’


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