भारत की नदियों को चार भागों में बांटा गया है
तटीय नदियाँ, हिमालय की नदियाँ, प्रायद्वीपीय नदियाँ और अन्तःस्थलीय प्रवाह क्षेत्र की नदियाँ।
1. हिमालय की नदियाँ
ये नदियाँ हिमालय पर्वत से निकलती हैं और वर्षभर जल प्रवाह बनाए रखती हैं। ये बर्फबारी व मानसूनी वर्षा दोनों पर निर्भर होती हैं।
मुख्य नदियाँ: गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र, सतलज आदि।
2. प्रायद्वीपीय नदियाँ
दक्कन के पठार से निकलने वाली ये नदियाँ अधिकतर वर्षा ऋतु में बहती हैं। इनका प्रवाह तीव्र ढाल वाला होता है और जल मौसमी होता है।
मुख्य नदियाँ: गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, नर्मदा, तापी आदि।
3. तटीय नदियाँ
ये नदियाँ भारत के पश्चिमी और पूर्वी तटों के पास बहती हैं। इनकी लंबाई कम होती है और ये मानसूनी वर्षा पर निर्भर होती हैं।
मुख्य नदियाँ: शरावती, वशिष्ठ, पुर्ना, मंडोवी आदि।
4. अन्तःस्थलीय प्रवाह क्षेत्र की नदियाँ
इन नदियों का जल समुद्र में नहीं गिरता बल्कि यह रेगिस्तानी या शुष्क क्षेत्रों में समाप्त हो जाता है या झीलों में जाकर रुक जाता है।
मुख्य नदियाँ: लूनी, घग्गर, साबरमती (कुछ भागों में) आदि।
भारत की 100 नदियों के नाम: Names of 100 rivers of India
1. गंगा नदी
गंगा भारत की सबसे लंबी और पवित्र नदी मानी जाती है। इसका उद्गम उत्तराखंड के गंगोत्री ग्लेशियर से भागीरथी के रूप में होता है। देवप्रयाग में यह अलकनंदा से मिलकर “गंगा” कहलाती है। यह उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से होकर बहती है और सुंदरबन डेल्टा के माध्यम से बंगाल की खाड़ी में गिरती है। धार्मिक दृष्टि से इसे मोक्षदायिनी माना जाता है।
विस्तृत में पढ़ने के लिए यह क्लिक करे: Ganga River : भारत की जीवनदायिनी, इतिहास महत्व और तथ्य
2. सरस्वती नदी
सरस्वती नदी एक प्राचीन और पौराणिक नदी है जिसका उल्लेख वेदों में प्रमुखता से हुआ है। वैज्ञानिक और भूगर्भीय शोधों के अनुसार यह नदी हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में बहती थी और अब विलुप्त हो चुकी है। इसे ज्ञान और संस्कृति की देवी सरस्वती से जोड़ा जाता है।
3. यमुना नदी
यमुना नदी का उद्गम यमुनोत्री ग्लेशियर (उत्तराखंड) से होता है। यह भारत की एक प्रमुख पश्चिमी सहायक नदी है जो गंगा से प्रयागराज में मिलती है। यह दिल्ली, मथुरा और आगरा जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहरों से होकर बहती है। यह भी एक पवित्र नदी मानी जाती है और श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़ी है।
4. ब्रह्मपुत्र नदी
ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत में यारलुंग त्संगपो के नाम से जानी जाती है। यह अरुणाचल प्रदेश से भारत में प्रवेश करती है और असम राज्य में एक विशाल जलप्रवाह बनाती है। ब्रह्मपुत्र असम की जीवनरेखा है और इसके किनारे सुंदर घाटियाँ और जैव विविधता देखने को मिलती है। यह बांग्लादेश में गंगा के साथ मिलकर पद्मा नदी बनाती है।
5. कावेरी नदी
कावेरी दक्षिण भारत की पवित्र और महत्वपूर्ण नदी है। इसका उद्गम कर्नाटक के कोडागु जिले में स्थित तलकावेरी से होता है। यह कर्नाटक और तमिलनाडु से होती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरती है। कावेरी का जल कृषि के लिए अत्यंत उपयोगी है और कई प्रसिद्ध मंदिर इसके किनारे स्थित हैं।
6. भागीरथी नदी
भागीरथी नदी गंगोत्री हिमनद (ग्लेशियर) से निकलती है और यह गंगा की मुख्य स्रोतधारा मानी जाती है। उत्तराखंड के देवप्रयाग में जब यह अलकनंदा से मिलती है, तभी इसे गंगा कहा जाता है। इसका नाम राजा भगीरथ के प्रयासों से जुड़ा है, जिन्होंने गंगा को पृथ्वी पर लाने के लिए तप किया था।
7. अलकनंदा नदी
अलकनंदा भी गंगा की एक प्रमुख स्रोतधारा है, जिसका उद्गम बद्रीनाथ के पास सतोपंथ ग्लेशियर से होता है। यह विष्णुप्रयाग, नंदप्रयाग, कर्णप्रयाग जैसे अनेक संगम स्थलों से गुजरती है और देवप्रयाग में भागीरथी से मिलती है। उत्तराखंड में इसे पवित्र माना जाता है।
8. बेतवा नदी
बेतवा नदी मध्यप्रदेश के रायसेन जिले से निकलती है और उत्तर प्रदेश में यमुना नदी से मिलती है। यह बुंदेलखंड क्षेत्र की एक प्रमुख नदी है और इसकी सहायक नदियों में धसान और जामनी प्रमुख हैं। यह सिंचाई और जल आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है।
9. गोदावरी नदी
गोदावरी नदी महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्र्यंबकेश्वर से निकलती है। यह भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है, और आंध्र प्रदेश होते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इसे "दक्षिण की गंगा" कहा जाता है और यह दक्षिण भारत की कृषि व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
10. झेलम नदी
झेलम नदी जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित वेरिनाग से निकलती है। यह श्रीनगर और डल झील से होकर बहती है। पाकिस्तान में यह चिनाब नदी में मिलती है। झेलम नदी ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है - प्रसिद्ध हाइडेस्पीज़ युद्ध (Alexander vs Porus) इसी नदी के तट पर हुआ था।
11. गंडक नदी
गंडक नदी नेपाल के धौलागिरि हिमालय क्षेत्र से निकलती है और बिहार से होकर बहती है। यह गंगा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है और चंपारण तथा सारण जिलों के बीच प्राकृतिक सीमा बनाती है। इसे नेपाल में सालगढी और भारत में नारायणी कहा जाता है।
12. काली नदी
भारत में कई काली नदियाँ हैं, लेकिन प्रमुख काली नदी उत्तराखंड में बहती है जो भारत-नेपाल की सीमा बनाती है। इसका उद्गम पिथौरागढ़ के कालापानी क्षेत्र से होता है और यह शारदा या महाकाली नदी के नाम से भी जानी जाती है।
13. चम्बल नदी
चम्बल नदी मध्यप्रदेश के मऊ जिले से निकलती है और यमुना नदी की सहायक है। यह राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होकर बहती है। चम्बल घाटी बीहड़ों के लिए प्रसिद्ध है और यह नदी अब तक काफी स्वच्छ मानी जाती है। इसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है।
14. घाघरा नदी
घाघरा नदी नेपाल से निकलती है और उत्तर प्रदेश में गोरखपुर, फैजाबाद आदि जिलों से गुजरते हुए गंगा में मिलती है। इसे सरयू नदी का एक रूप भी माना जाता है। यह मानसून में अत्यधिक जलवृद्धि के कारण बाढ़ का कारण बनती है।
15. चिनाब नदी
चिनाब नदी हिमाचल प्रदेश से निकलती है (चंद्र और भागा नदियों के संगम से) और जम्मू-कश्मीर होते हुए पाकिस्तान में बहती है। यह सिंधु की एक प्रमुख सहायक नदी है और इसकी घाटी प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है।
16. हुगली नदी
हुगली नदी गंगा नदी की एक शाखा है जो पश्चिम बंगाल में फरक्का बैराज के पास से अलग होकर बहती है। यह कोलकाता शहर से होकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह व्यापार, परिवहन और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
17. कोसी नदी
कोसी नदी को "बिहार की शोक" कहा जाता है क्योंकि यह बार-बार दिशा बदलती है और बाढ़ लाती है। यह नेपाल के हिमालय क्षेत्र से निकलती है और बिहार में गंगा से मिलती है। यह भारत की एक प्रमुख हिमालयी सहायक नदी है।
18. महा नदी (महानदी)
महानदी का उद्गम छत्तीसगढ़ के सीहावा से होता है और यह ओडिशा से होती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह पूर्वी भारत की एक प्रमुख नदी है और हीराकुंड डैम इसी नदी पर बना हुआ है।
19. कृष्णा नदी
कृष्णा नदी महाराष्ट्र के महाबलेश्वर से निकलती है और कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश से गुजरते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह दक्षिण भारत की एक बड़ी नदी है और इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ भीम, तुंगभद्रा, मालप्रभा आदि हैं।
20. सरयू नदी
सरयू नदी को धार्मिक ग्रंथों में अत्यंत पवित्र माना गया है। यह उत्तराखंड के बागेश्वर से निकलती है और घाघरा नदी में मिल जाती है। अयोध्या नगरी इसी नदी के तट पर स्थित है और श्रीराम के जीवन से इसका गहरा संबंध है।
21. नर्मदा नदी
नर्मदा नदी मध्यप्रदेश के अमरकंटक से निकलती है और पश्चिम दिशा में बहती हुई अरब सागर में गिरती है। यह भारत की प्रमुख पश्चिमवाहिनी नदियों में से एक है और नर्मदा घाटी प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
22. सतलुज नदी
सतलुज नदी तिब्बत में मानसरोवर के पास राकस ताल से निकलती है और पंजाब से होकर पाकिस्तान में सिंधु में मिलती है। यह भारत की प्रमुख पश्चिमी नदी है और भाखड़ा नांगल डैम इसी नदी पर स्थित है।
23. सिन्धु नदी
सिंधु नदी तिब्बत के मानसरोवर क्षेत्र से निकलती है और जम्मू-कश्मीर, लद्दाख से होते हुए पाकिस्तान में बहती है, जहाँ यह अरब सागर में मिलती है। यह भारत की प्राचीन सभ्यताओं की जन्मदायिनी मानी जाती है और सिंधु घाटी सभ्यता का नाम इसी नदी पर पड़ा।
24. रावी नदी
रावी नदी हिमाचल प्रदेश के चंबा क्षेत्र से निकलती है और जम्मू-कश्मीर से होते हुए पाकिस्तान में बहती है। यह सिंधु नदी की सहायक नदी है और ऐतिहासिक दृष्टि से भारत-पाक जल संधि का हिस्सा है।
25. ब्यास नदी
ब्यास नदी हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे के पास से निकलती है और पंजाब में सतलुज नदी में मिलती है। महाभारत काल में इसे विपाशा कहा जाता था। यह पर्यटन के लिए भी प्रसिद्ध है।
26. सुवर्णमुखी नदी
सुवर्णमुखी नदी आंध्र प्रदेश की एक छोटी लेकिन पवित्र नदी है। यह तिरुपति क्षेत्र से निकलती है और स्वर्णमुखी मंदिर इसके तट पर स्थित है। इसका उल्लेख धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है।
27. साबरी नदी
साबरी नदी ओडिशा और छत्तीसगढ़ के जंगलों से बहती है। यह गोदावरी नदी की एक सहायक नदी है और आदिवासी इलाकों की जीवनरेखा मानी जाती है।
28. कर्णावती नदी
कर्णावती नदी गुजरात राज्य में बहती है और यह साबरमती नदी की सहायक है। ऐतिहासिक रूप से यह अहमदाबाद नगर के विकास में सहायक रही है।
29. इंद्रावती नदी
इंद्रावती नदी ओडिशा के कालाहांडी जिले से निकलती है और बस्तर (छत्तीसगढ़) होते हुए गोदावरी में मिलती है। यह झरनों और जलप्रपातों के लिए प्रसिद्ध है, जैसे चित्रकोट जलप्रपात।
30. रामगंगा नदी
रामगंगा नदी उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र से निकलती है और उत्तर प्रदेश में बहती हुई गंगा में मिलती है। यह मुरादाबाद और बरेली जिलों से होकर गुजरती है।
31. काबिनी नदी
काबिनी नदी कर्नाटक में स्थित है और यह कावेरी नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है। यह नागरहोल नेशनल पार्क से होकर बहती है और पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
32. कूनो नदी
कूनो नदी मध्यप्रदेश के शिवपुरी ज़िले से होकर बहती है। यह चंबल की सहायक नदी है। कूनो वन्यजीव अभयारण्य (Kuno National Park) इसी नदी के किनारे स्थित है।
33. दामोदर नदी
दामोदर नदी झारखंड के पलामू जिले से निकलती है और पश्चिम बंगाल में हुगली नदी में मिलती है। इसे "बंगाल का शोक" कहा जाता था, लेकिन अब इस पर कई डैम और परियोजनाएँ बनी हैं।
34. शारदा नदी
शारदा नदी नेपाल और उत्तराखंड की सीमा पर बहती है और इसे महाकाली नदी भी कहते हैं। यह भारत-नेपाल सीमा का निर्धारण करती है।
35. बागमती नदी
बागमती नदी नेपाल के शिवपुरी पहाड़ियों से निकलती है और बिहार में गंगा से मिलती है। यह काठमांडू शहर से होकर बहती है और पशुपतिनाथ मंदिर इसके किनारे स्थित है।
36. मनोरमा नदी
मनोरमा नदी उत्तर प्रदेश के अयोध्या क्षेत्र की एक सहायक नदी है। यह सरयू नदी की सहायक है और धार्मिक महत्व रखती है।
37. वैतरणी नदी
वैतरणी नदी महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट से निकलती है और अरब सागर में गिरती है। यह कोकण क्षेत्र की जीवनरेखा है और धार्मिक दृष्टि से भी पूजनीय है।
38. तवा नदी
तवा नदी मध्यप्रदेश में सतपुड़ा की पहाड़ियों से निकलती है और नर्मदा की सहायक नदी है। इस पर तवा डैम बना है, जो सिंचाई और जल आपूर्ति में सहायक है।
39. इंद्रायणी नदी
इंद्रायणी नदी महाराष्ट्र के पुणे जिले से बहती है और भीमा नदी की सहायक है। प्रसिद्ध संत तुकाराम का जन्म स्थान इस नदी के किनारे है।
40. पंचगंगा नदी
पंचगंगा नदी महाराष्ट्र में कोल्हापुर क्षेत्र से बहती है। यह पाँच नदियों का संगम मानी जाती है: कासारी, कुंभी, तुलसी, भद्रा और सरला।
41. स्वर्णरेखा नदी
स्वर्णरेखा नदी झारखंड के रांची जिले से निकलती है और उड़ीसा से होती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इसका नाम सोने के कणों के कारण पड़ा।
42. हसदेव नदी
हसदेव नदी छत्तीसगढ़ की एक प्रमुख नदी है जो महानदी की सहायक है। यह कोरबा क्षेत्र से बहती है और कोयला खनन क्षेत्रों से जुड़ी है।
43. मालप्रभा नदी
मालप्रभा नदी कर्नाटक में बहती है और यह कृष्णा नदी की एक प्रमुख सहायक है। यह बादामी, पट्टदकल जैसे ऐतिहासिक स्थलों से होकर बहती है।
44. साबरमती नदी
साबरमती नदी मध्यप्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र से निकलती है और गुजरात में अरब सागर में गिरती है। यह अहमदाबाद शहर की जीवनरेखा है और ऐतिहासिक साबरमती आश्रम इसी नदी के तट पर स्थित है।
45. केन नदी
केन नदी मध्यप्रदेश के कटनी जिले से निकलती है और चंबल की सहायक नदी है। यह पन्ना टाइगर रिजर्व से होकर बहती है और इसकी जलधारा बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
46. घाटप्रभा नदी
घाटप्रभा नदी कर्नाटक की एक प्रमुख नदी है जो कृष्णा नदी की सहायक है। इस पर बना घाटप्रभा डैम सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण है और बेलगाम क्षेत्र में जल आपूर्ति करता है।
47. तुंगभद्रा नदी
तुंगभद्रा नदी तुंगा और भद्रा नदियों के संगम से बनती है और कृष्णा नदी की एक मुख्य सहायक है। यह आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक से होकर बहती है। हंपी नगर इसी नदी के तट पर स्थित है।
48. पार्वती नदी
पार्वती नदी मध्यप्रदेश में मालनपुर क्षेत्र से निकलती है और चंबल की सहायक है। यह शिवपुरी और गुना जिलों में बहती है और कृषि के लिए उपयोगी है।
49. वंशधारा नदी
वंशधारा नदी ओडिशा और आंध्र प्रदेश से होकर बहती है और यह बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह पूर्वी घाट की एक महत्वपूर्ण नदी है और क्षेत्रीय सिंचाई में सहायक है।
50. सोन नदी
सोन नदी मध्यप्रदेश के अमरकंटक से निकलती है और बिहार में पटना के पास गंगा से मिलती है। यह भारत की प्रमुख उत्तरवाहिनी नदियों में से है और इसकी घाटी में कई कोयला क्षेत्र हैं।
51. घग्गर नदी
घग्गर नदी हिमाचल प्रदेश से निकलती है और हरियाणा तथा राजस्थान से होकर बहती है। यह अंतःस्थलीय प्रवाह वाली नदी है, जो थार मरुस्थल में लुप्त हो जाती है। इसे प्राचीन सरस्वती नदी का अवशेष भी माना जाता है।
52. अमरावती नदी
अमरावती नदी तमिलनाडु की एक सहायक नदी है जो कावेरी में मिलती है। यह कोयंबटूर और तिरुपुर जिलों में जल आपूर्ति और सिंचाई के लिए प्रमुख है।
53. काली सिंध नदी
काली सिंध नदी मध्यप्रदेश के देवास जिले से निकलती है और कोटा (राजस्थान) से होते हुए चंबल में मिलती है। यह सिंचाई और औद्योगिक जल आपूर्ति में सहायक है।
54. बाणगंगा नदी
बाणगंगा नदी राजस्थान की एक पवित्र नदी है। इसका उल्लेख रामायण काल में मिलता है और यह चंबल की सहायक नदी है। यह धार्मिक यात्राओं के लिए प्रसिद्ध है।
55. हेमावती नदी
हेमावती नदी कर्नाटक में पश्चिमी घाट से निकलती है और कावेरी में मिलती है। इस पर बना हेमावती बांध (गोरुर डैम) कृषि और पेयजल आपूर्ति के लिए उपयोगी है।
56. कोयना नदी
कोयना नदी महाराष्ट्र के सह्याद्रि पर्वत से निकलती है और कृष्णा की सहायक है। कोयना जलविद्युत परियोजना इस पर स्थित है, जो महाराष्ट्र की प्रमुख ऊर्जा स्रोत है।
57. सोम नदी
सोम नदी राजस्थान की एक छोटी नदी है जो गोमती नदी में मिलती है। यह माही बेसिन का हिस्सा है और उदयपुर क्षेत्र में सिंचाई में सहायक है।
58. वैगई नदी
वैगई नदी तमिलनाडु की एक प्रमुख नदी है, जो वरुष्णादि हिल्स से निकलती है और पंबन चैनल में गिरती है। यह मदुरै शहर से होकर बहती है और धार्मिक तथा कृषि महत्व रखती है।
59. पेरियार नदी
पेरियार केरल की सबसे लंबी नदी है, जो पश्चिमी घाट से निकलकर अरब सागर में गिरती है। यह केरल की जल आपूर्ति, सिंचाई और बिजली उत्पादन की जीवनरेखा है।
60. आहड़ नदी
आहड़ नदी राजस्थान के उदयपुर में बहती है और उदयसागर झील से निकलती है। यह शहर के जलनिकासी और जलापूर्ति के लिए उपयोगी है।
61. पलार नदी
पलार नदी कर्नाटक से निकलती है और तमिलनाडु के वेल्लोर, कांचीपुरम से होकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह दक्षिण भारत की मौसमी नदी है।
62. तीस्ता नदी
तीस्ता नदी हिमालय के उत्तर सिक्किम से निकलती है और पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी क्षेत्र से होकर बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र से मिलती है। यह पूर्वोत्तर भारत की प्रमुख नदी है और उस पर विवादित जल समझौते भी रहे हैं।63. तमसा नदी
तमसा नदी मध्यप्रदेश के सतना जिले से निकलती है और उत्तर प्रदेश में यमुना से मिलती है। यह धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और श्रीरामचरितमानस में इसका उल्लेख मिलता है।
64. ताम्रपर्णी नदी
ताम्रपर्णी नदी तमिलनाडु में तिरुनेलवेली जिले से निकलती है और पश्चिमी घाट से होकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इसे पवित्र नदी माना जाता है और यह दक्षिण भारत की प्राचीन नदियों में से एक है।
65. ताप्ती नदी
ताप्ती नदी मध्यप्रदेश के मुलताई से निकलती है और महाराष्ट्र, गुजरात से होकर अरब सागर में गिरती है। यह नर्मदा और माही के साथ भारत की तीन प्रमुख पश्चिमवाहिनी नदियों में से एक है।
66. दमन गंगा नदी
दमन गंगा नदी महाराष्ट्र के सह्याद्रि पर्वत से निकलती है और दमन (दादरा और नगर हवेली) क्षेत्र से होकर अरब सागर में गिरती है। यह सिंचाई और औद्योगिक उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है।
67. वेल्लार नदी
वेल्लार नदी तमिलनाडु की एक छोटी लेकिन उपयोगी नदी है जो पूर्वी घाट से निकलकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह कृषि जलापूर्ति में सहायक है।
68. शरावती नदी
शरावती नदी कर्नाटक में पश्चिमी घाट से निकलती है और अरब सागर में गिरती है। यह जोग जलप्रपात (Jog Falls) के लिए प्रसिद्ध है, जो भारत का सबसे ऊँचा झरना है।
69. वरुणा नदी
वरुणा नदी वाराणसी क्षेत्र की एक पवित्र नदी है, जो गंगा में मिलती है। "वारुण + आसी" से वाराणसी का नाम पड़ा है — आसी और वरुणा नदियाँ गंगा से मिलती हैं।
70. अड्यार नदी
अड्यार नदी तमिलनाडु में बहती है और चेन्नई शहर से होकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह शहरी जल निकासी और बाढ़ नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है।
71. मांडवी नदी
मांडवी नदी गोवा की एक प्रमुख नदी है जो पश्चिमी घाट से निकलती है और अरब सागर में गिरती है। यह गोवा की पर्यटन और जल आपूर्ति व्यवस्था में सहायक है।
72. माँड नदी
माँड नदी छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में बहती है और इंद्रावती नदी की सहायक है। यह जनजातीय क्षेत्रों की जीवनरेखा है।
73. नोय्याल नदी
नोय्याल नदी तमिलनाडु में बहती है और यह कावेरी नदी की सहायक है। कोयंबटूर क्षेत्र में इसका उपयोग सिंचाई और वर्षा जल संचयन में होता है।
74. मानस नदी
मानस नदी भूटान से निकलती है और असम के बोडोलैंड क्षेत्र से बहती है। यह ब्रह्मपुत्र की सहायक है और मानस टाइगर रिजर्व इसके तट पर स्थित है, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
75. फेनी नदी
फेनी नदी त्रिपुरा और बांग्लादेश के बीच बहती है। यह एक अंतरराष्ट्रीय नदी है और इसका प्रयोग बांग्लादेश में परिवहन व सिंचाई के लिए होता है।
76. नेत्रावती नदी
नेत्रावती नदी कर्नाटक में पश्चिमी घाट से निकलती है और मैंगलोर क्षेत्र से होकर अरब सागर में गिरती है। यह दक्षिणी कर्नाटक की जल आपूर्ति और मत्स्य उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है।
77. क्षिप्रा नदी
क्षिप्रा नदी मध्यप्रदेश में उज्जैन के पास बहती है और यह गंगा की एक पवित्र सहायक नदी मानी जाती है। सिंहस्थ कुंभ मेला इसी नदी के किनारे आयोजित होता है।
78. मन्दाकिनी नदी
मंदाकिनी नदी उत्तराखंड के केदारनाथ क्षेत्र से निकलती है और रुद्रप्रयाग में अलकनंदा में मिलती है। यह चारधाम यात्रा का प्रमुख हिस्सा है।
79. अघनाशिनी नदी
अघनाशिनी नदी कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में बहती है और अरब सागर में गिरती है। यह शुद्ध और अविकसित नदी क्षेत्र के लिए जानी जाती है।
80. जुवारी नदी
जुवारी नदी गोवा की एक प्रमुख खाड़ीनुमा नदी है, जो मांडवी के साथ मिलकर गोवा की जल-व्यवस्था को बनाती है। यह ज्वारीय प्रभाव वाली नदी है।
81. ऋषिगंगा नदी
ऋषिगंगा नदी उत्तराखंड की एक पहाड़ी नदी है जो नंदादेवी क्षेत्र में बहती है। यह 2021 की बाढ़ में चर्चा में आई थी और धौलीगंगा में मिलती है।
82. भारतपुड़ा नदी
भारतपुड़ा नदी (Bharathapuzha) केरल की एक प्रमुख नदी है जो पश्चिमी घाट से निकलकर अरब सागर में गिरती है। इसे 'नीला' भी कहा जाता है और यह मलयालम संस्कृति से जुड़ी है।
83. लूनी नदी
लूनी नदी राजस्थान की एक अंतःस्थलीय नदी है जो अरावली पर्वत से निकलती है और कच्छ के रण में विलीन हो जाती है। यह रेगिस्तानी क्षेत्रों की जीवनरेखा है।
84. जाह्नवी नदी
जाह्नवी नदी कोई भौगोलिक नदी नहीं है, बल्कि गंगा का पौराणिक नाम है। कहा जाता है कि गंगा ने राजा जह्नु की तपस्या से प्रसन्न होकर उनकी जंघा से जन्म लिया, इसलिए वह "जाह्नवी" कहलायीं
85. सावित्री नदी
सावित्री नदी महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से निकलती है और अरेबियन सागर में गिरती है। यह महाड और पोलादपुर जैसे क्षेत्रों से होकर बहती है और वर्षा ऋतु में बाढ़ की स्थिति बना सकती है।
86. बनास नदी
बनास नदी राजस्थान के अरावली क्षेत्र से निकलती है और चंबल नदी की सहायक है। यह सूखी जलधारा के रूप में गर्मियों में प्रायः सूख जाती है, लेकिन बरसात में यह जीवनरेखा बन जाती है।
87. माही नदी
माही नदी मध्यप्रदेश के धार जिले से निकलती है और गुजरात होते हुए अरब सागर में गिरती है। यह एक दुर्लभ नदी है जो तीन राज्यों से गुजरती है और भूमध्य रेखा को दो बार पार करती है।
88. कन्हान नदी
कन्हान नदी महाराष्ट्र के नागपुर जिले में बहती है और यह वेनगंगा की एक सहायक नदी है। यह क्षेत्रीय कृषि और जल आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है।
89. गोमती नदी
गोमती नदी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से निकलती है और यह गंगा की एक प्रमुख सहायक नदी है। लखनऊ शहर इसके किनारे बसा है और यह धार्मिक तथा सांस्कृतिक दृष्टि से पूज्य है।
90. पेन्ना नदी
पेन्ना नदी आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से होकर बहती है। इसका उद्गम नंदी हिल्स (कर्नाटक) में होता है और यह बंगाल की खाड़ी में गिरती है। यह दक्षिण भारत की एक महत्त्वपूर्ण नदी है।
91. कोलार नदी
कोलार नदी मध्यप्रदेश में बहती है और यह नर्मदा की सहायक नदी है। इस पर कोलार डैम बना हुआ है जो भोपाल क्षेत्र को जल आपूर्ति करता है।
92. अरुणावती नदी
अरुणावती नदी महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के सीमा क्षेत्र में बहती है। यह तापी नदी की एक सहायक है और कृषि कार्यों में सहायक है।
93. मूसी नदी
मूसी नदी तेलंगाना में बहती है और यह हैदराबाद शहर से होकर गुजरती है। यह कृष्णा नदी की सहायक है और शहर की जल निकासी प्रणाली का भाग है।
94. नाग नदी
नाग नदी महाराष्ट्र के नागपुर शहर में बहती है। इसका नाम नागपुर को मिला है। वर्तमान में यह शहरी प्रदूषण से पीड़ित है लेकिन इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है।
95. भवानी नदी
भवानी नदी तमिलनाडु में पश्चिमी घाट से निकलती है और यह कावेरी की एक प्रमुख सहायक है। यह कृषि और बिजली उत्पादन में सहायक है।
96. पेरियार नदी
(पहले भी दी गई थी, लेकिन दोहराया गया नाम है) – केरल की सबसे लंबी नदी, पश्चिमी घाट से निकलकर अरब सागर में गिरती है। सिंचाई और जल विद्युत परियोजनाओं के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
97. वेदवती नदी
वेदवती नदी कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में बहती है। यह तुंगभद्रा नदी की सहायक है और धार्मिक दृष्टि से भी महत्त्व रखती है, इसका उल्लेख रामायण में भी मिलता है।
98. ब्राह्मणी नदी
ब्राह्मणी नदी ओडिशा की एक प्रमुख नदी है, जो संकरा और दक्षिणी कोएल नदियों के संगम से बनती है। यह बंगाल की खाड़ी में गिरती है और पारादीप बंदरगाह के पास मुहाना बनाती है।
99. इंद्रावती नदी
(यह भी पहले दी गई थी) – ओडिशा के कालाहांडी से निकलकर छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र से होकर गोदावरी में मिलती है। चित्रकोट जलप्रपात इसी नदी पर स्थित है।
100. उल्हास नदी
उल्हास नदी महाराष्ट्र में बहती है, इसका उद्गम सह्याद्रि पर्वत से होता है और यह मुंबई क्षेत्र में ठाणे खाड़ी से अरब सागर में गिरती है। यह मुंबई महानगर की जल आपूर्ति में योगदान करती है।
भारत की प्रमुख नदियाँ और उनके उद्गम स्थल:- (Major rivers of India and their sources:-)
- गंगा भागीरथी और अलकनंदा संगम स्थल देवप्रयाग
- सिन्धु मानसरोवर झील के समीप स्थित सानोख़्वाब हिमनद
- ब्रह्मपुत्र मानसरोवर झील के समीप स्थित चीमायुंगदुंग हिमानी
- चिनाब बारालाचा दर्रा ( लाहोल-स्पीति )
- सतलुज मानसरोवर झील के समीप स्थित राकस ताल
- गोदावरी नासिक ( महाराष्ट्र ) के दक्षिण-पश्चिम में 42 किमी. दूर स्थित गाँव की एक पहाड़ी
- कृष्णा महाबलेश्वर के समीप पश्चिमी घाट के पहाड़ों में से
- यमुना बन्दरपूँछ के पश्चिमी ढाल पर स्थित यमुनोत्री हिमानी
- महानदी मध्य प्रदेश के रामपुर जिले में स्थित सिंहवा के समीप
- नर्मदा विंध्याचल पर्वत श्रेणियों में स्थित अमरकंटक नामक स्थान
- घाघरा मत्सातुंग हिमानी
- महानदी मध्य प्रदेश के रामपुर जिले में स्थित सिंहवा के समीप
- कावेरी कर्नाटक के कुर्ग जिले में स्थित ब्रह्मागिरी पहाड़ी
- चम्बल मध्य प्रदेश में महू के निकट स्थित जनापाव पहाड़ी
- सोन अमरकंटक की पहाड़ियाँ
- झेलम बेरेनाग ( कश्मीर ) के समीप शेषनाग झील
- कोसी गोसाई थाम चोटी के उत्तर में
- रावी कांगड़ा जिले में रोहतांग दर्रे के समीप
- रामगंगा नैनीताल के निकट एक हिमनदी से
- ताप्ती बैतूल जिले (मध्य प्रदेश) मुल्ताई नगर के पास
- माही विंध्याचल पर्वत श्रेणी
- बेतवा विंध्याचल पर्वत
- घघ्घर कालका के समीप हिमालय
- व्यास रोहतांग दर्रे के समीप ताल
- गण्डक नेपाल
- साबरमती उदयपुर जिले में दक्षिण पश्चिमी भाग ( अरावली पर्वत )
- लूनी अजमेर जिले में स्थित नाग पहाड़ ( अरावली पर्वत )
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