Bhupen Hazarika Autobiography: भूपेन हजारिका की आत्मकथा

Bhupen Hazarika Autobiography

भूपेन हजारिका की आत्मकथा ( Bhupen Hazarika Autobiography) 

नाम :-- भूपेन हज़ारिका

जन्म :-- 8 सितम्बर, 1926

जन्मस्थल :-- सदिया, असम, भारत

माता :-- श्रीमती शन्ति प्रिया

पिता :-- श्री नीलकांत

पत्नी :-- प्रियम्वदा पटेल

पुत्र :-- तेज हजारिका

पेशा :-- लेखक, गीतकार, संगीतकार, राजनेता 

शिक्षा :-- स्नातकोत्तर और पीएचडी

शिक्षण संस्थान :-- बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, कोलम्बिया यूनिवर्सिटी (न्यूयॉर्क)

पुरस्कार :-- भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म श्री, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, पद्म भूषण और अन्य कई

मृत्यु :-- 5 नवंबर, 2011

मृत्युस्थल :-- मुंबई(महराष्ट्र)

    परिचय (Introduction)

    भूपेन हजारिका का जन्म 8 सितंबर, 1926 को तिनसुकिया जिले के सादिया शहर में हुआ था, जो भारत के असम में है। वह दस पुत्रों में सबसे बड़े थे। उनके पिता का नाम श्री नीलकंठ और माता का नाम श्रीमती था। शांति प्रिया देवी। भूपेन हजारिका को विरासत में संगीत उनकी मां से मिला था।

    उन्होंने लगभग 10 साल की उम्र में अपना पहला गाना लिखा और गाया था। 12 साल की उम्र में उन्होंने असमिया सिनेमा की दूसरी फिल्म "इंद्रमालती" में काम किया।

    भूपेन हजारिका की शिक्षा (Bhupen Hazarika Education)

    इनका प्रारम्भिक जीवन गुवाहाटी, असम में बीता और उन्होंने वहीं से इंटर की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। इसके पश्चात भूपेन हजारिका न्यूयॉर्क गए और पर  स्थित कोलम्बिया की यूनिवर्सिटी से पीएचडी प्रारम्भ किये और की पढ़ाई पूरी की। 

    भूपेन हजारिका का विवाह (Bhupen Hazarika's marriage)

    सन् 1949 में भूपेन हजारिका कोलंबिया यूनिवर्सिटी पढ़ने गये और वहाँ उनकी मुलाक़ात प्रियंवदा पटेल से हुई।  दोनों के बीच में प्यार हुआ और सन् 1950 में दोनों ने शादी कर ली। सन् 1952 ई. में एक पुत्र का जन्म  हुआ  जिसका नाम तेज हजारिका रखा.

    सन् 1953 ई. में भूपेन हजारिका अपने परिवार के साथ भारत लौट आये। भारत आने के बाद उन्होंनें गुवाहाटी यूनिवर्सिटी में पढ़ाने का कार्य किया। नौकरी ज्यादा दिन नहीं किये और त्याग पत्र दे दिए।  पैसों की तंगी की वजह से उनकी पत्नी प्रियंवदा पटेल ने उन्हें छोड़ दिया.

    भूपेन हजारिका का करियर (Career of Bhupen Hazarika)

    प्रियंवदा पटेल के छोड़कर जाने के बाद उन्होंनें संगीत और लेखन करने लगे और अपना साथी बना लिया।  इसके बाद उन्होंने दमन, गजगामिनी, साज, दरमियां, क्यों, आदि सुपरहिट फिल्मों में गीत दिया. भूपेन हजारिका ने अपने पूरे जीवनकाल में लगभग एक हजार गाने और 15 किताबें लिखीं।  Star TV पर आने वाले सीरियल “डॉन” को प्रोड्यूस किया.

    उनके बेहतरीन गानों में दिल हूं,ओ गंगा तू बहती है क्यों, जूठी मूठी मितवा आदि हैं. भूपेन हजारिका के लिखें गीतों ने करोड़ों दिलों को छुआ। भूपेन हजारिका असमिया, हिंदी, बंग्ला और कई अन्य भाषाओं में भी गाना गाय।  उन्होंने फिल्म गांधी टू हिटलर” में महात्मा गांधी जी के पसंदीदा भजन “वैष्णव जन” गाया था। 

    भूपेन हजारिका अवार्ड्स (Hazarika Awards)


    2019 :-- भारत रत्न (मरणोपरांत)
    2012 :-- पद्म विभूषण
    2009 :-- असोम रत्न पुरस्कार (असम सरकार का सर्वोच्च सम्मान और पुरस्कार)
    2001 :-- पद्म भूषण
    1992 :-- दादा साहेब फ़ाल्के पुरस्कार
    1987 :-- संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
    1977 :-- पद्मश्री
    1975 :-- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का नेशनल अवॉर्ड (फिल्म चमेली मेमसाहब)
    1961 :-- सर्वश्रेष्ठ असमी फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार (भूपेन हजारिका द्वारा निर्देशित फिल्म शकुन्तला के लिए )

    भूपेन हजारिका पुल  (Bhupen Hazarika Bridge)

    असम में लोहित नदी ( ब्रह्मापुत्र की सहायक नदी ) पर बनाये गये देश के सबसे लम्बें ढोला-सदिया पुल, जिसका अनावरण प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2017 को किया था।यह पुल भूपेन हजारिका के नाम पर ही उन्होंनें किया था। 

    भारतीय डाक विभाग(Indian Postal Department)

    भारतीय डाक विभाग ने देश के 10 प्रतिष्ठित पार्श्व गायकों की स्मृति में 10-10 स्मारक डाक टिकटों का एक सैंट 30 दिसम्बर 2016 को जारी किया था।  भूपेन हजारिका पर डाक टिकट भी उनमें शामिल था.


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