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यमुना नदी का परिचय : Introduction of Yamuna River
भारत की यमुना नदी पवित्र नदियों में से एक है। यह गंगा नदी की सबसे लंबी सहायक नदी है और उत्तर भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक तथा आर्थिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। प्राचीन काल से ही यमुना नदी भारतीय सभ्यता की जीवनरेखा रही है। हिन्दू धर्म में यमुना को देवी माँ के स्वरूप माना गया है और इसे कालिंदी नाम से भी जाना जाता है।
यमुना नदी उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से होकर बहती है और अंत में प्रयागराज में गंगा नदी से मिल जाती है। मथुरा और वृंदावन जैसे प्रसिद्ध धार्मिक नगर यमुना नदी के तट पर स्थित हैं।
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यमुना नदी का उद्गम : Origin of Yamuna river
यमुना नदी का उद्गम उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री हिमनद से होता है। यह हिमनद (Glacier) हिमालय की बंदरपूंछ पर्वत श्रृंखला में स्थित है। यमुना का उद्गम स्थल समुद्र तल से लगभग 6,387 मीटर की ऊँचाई पर है।
उद्गम स्थल के निकट ही यमुनोत्री धाम स्थित है, जो चारधाम यात्रा का एक महत्वपूर्ण तीर्थ है। प्रारंभ में यमुना नदी को कालिंदी कहा जाता है। हिमनद से निकलने के बाद यह नदी पहाड़ी क्षेत्रों से तीव्र वेग में बहती हुई मैदानी क्षेत्रों में प्रवेश करती है।
यमुना नदी की लंबाई और प्रवाह क्षेत्र : Length and flow area of river Yamuna
यमुना नदी की कुल लंबाई लगभग 1,376 किलोमीटर है। यह गंगा नदी तंत्र की सबसे लंबी सहायक नदी मानी जाती है।
यमुना नदी निम्नलिखित राज्यों से होकर बहती है:
- उत्तराखंड
- हिमाचल प्रदेश (सीमावर्ती क्षेत्र)
- हरियाणा
- दिल्ली
- उत्तर प्रदेश
अंत में यह नदी प्रयागराज में गंगा नदी से मिलती है, जिसे त्रिवेणी संगम कहा जाता है।
यमुना नदी की सहायक नदियाँ : Tributaries of Yamuna river
यमुना नदी के जल प्रवाह को बनाए रखने में उसकी सहायक नदियों का महत्वपूर्ण योगदान है।
दाएँ तट की सहायक नदियाँ:
- चंबल (सबसे बड़ी और लंबी)
- बेतवा
- केन
- सिंध
बाएँ तट की सहायक नदियाँ:
- हिंडन
- ससुर खदेरी
इनमें चंबल नदी यमुना की सबसे प्रमुख सहायक नदी है।
यमुना नदी का धार्मिक महत्व : Religious significance of Yamuna river
यमुना नदी का उल्लेख ऋग्वेद, महाभारत, पुराणों तथा अन्य प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यमुना को सूर्य देव की पुत्री और यमराज की बहन माना गया है। यही कारण है कि यमुना स्नान को पापों से मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति का साधन माना जाता है। यमुना को उसके प्राचीन नाम “कालिंदी” से भी जाना जाता है, जो इसके उद्गम क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।
प्रमुख धार्मिक स्थल: Major religious places
- यमुनोत्री
- मथुरा
- वृंदावन
- प्रयागराज (संगम)
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यमुना नदी का ऐतिहासिक महत्व : Historical importance of Yamuna river
यमुना नदी के तट पर अनेक प्राचीन सभ्यताएँ विकसित हुईं।
- महाभारत काल में हस्तिनापुर और इंद्रप्रस्थ (दिल्ली) यमुना तट पर स्थित थे।
- मुगल काल में आगरा और दिल्ली यमुना नदी के कारण समृद्ध नगर बने।
- विश्व प्रसिद्ध ताजमहल यमुना नदी के किनारे स्थित है।
यमुना नदी का आर्थिक और कृषि महत्व : Economic and agricultural importance of Yamuna river
- यमुना नदी से सिंचाई होती है।
- हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कृषि यमुना पर निर्भर है।
- कई प्रमुख नहरें यमुना से निकाली गई हैं।
- यह नदी पेयजल और औद्योगिक जल आपूर्ति का भी मुख्य स्रोत है।
यमुना नदी पर बने प्रमुख बाँध और बैराज : Major dams and barrages built on the Yamuna river
यमुना नदी पर जल नियंत्रण और सिंचाई के लिए कई संरचनाएँ बनाई गई हैं:
- हथिनीकुंड बैराज
- ताजेवाला बैराज
- वजीराबाद बैराज
- ओखला बैराज
यमुना नदी में प्रदूषण की समस्या : Pollution problem in Yamuna river
वर्तमान समय में यमुना नदी गंभीर प्रदूषण की समस्या से जूझ रही है।
मुख्य कारण:
- घरेलू सीवेज
- औद्योगिक अपशिष्ट
- प्लास्टिक और ठोस कचरा
- धार्मिक गतिविधियों से उत्पन्न अपशिष्ट
⚠️ दिल्ली में यमुना नदी का प्रवाह क्षेत्र केवल 2–3% है, लेकिन 70% से अधिक प्रदूषण यहीं फैलता है।
यमुना संरक्षण के लिए सरकारी प्रयास : Government efforts for Yamuna conservation
- यमुना एक्शन प्लान (YAP – I, II, III)
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना
- स्वच्छ भारत अभियान
- जन जागरूकता कार्यक्रम
हालाँकि अब भी प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता है।
यमुना नदी के महत्वपूर्ण तथ्य : Important facts of Yamuna river
- यमुना नदी भारत की दूसरी सबसे पवित्र नदी मानी जाती है, पहली गंगा नदी है।
- यमुना नदी का उद्गम यमुनोत्री हिमनद (उत्तराखंड) से होता है।
- यमुना नदी को प्राचीन काल में “कालिंदी नदी” भी कहा जाता था।
- यमुना नदी की कुल लंबाई लगभग 1,376 किलोमीटर है।
- यह नदी प्रयागराज में जाकर गंगा नदी में मिलती है, जिसे त्रिवेणी संगम कहते हैं।
- चंबल नदी यमुना की सबसे बड़ी और लंबी सहायक नदी है।
- दिल्ली में यमुना नदी का प्रवाह केवल लगभग 22 किमी है, लेकिन यहीं सबसे अधिक प्रदूषण फैलता है।
- यमुना नदी का जल दिल्ली में कई बार झाग (Foam) के रूप में दिखाई देता है।
- मथुरा और वृंदावन जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल यमुना के किनारे बसे हैं।
- भगवान श्रीकृष्ण का बचपन यमुना नदी के तट पर बीता माना जाता है।
- यमुना नदी को सूर्य देव की पुत्री और यमराज की बहन माना जाता है।
- यमुना नदी हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश की जीवनरेखा मानी जाती है।
- यमुना से कई महत्वपूर्ण नहरें निकाली गई हैं, जिनसे सिंचाई होती है।
- यमुना नदी का पानी कभी इतना स्वच्छ था कि सीधे पिया जा सकता था (ऐतिहासिक उल्लेखों में)।
- दिल्ली में यमुना का पानी सबसे अधिक प्रदूषित पाया जाता है।
- यमुना नदी को स्वच्छ करने के लिए यमुना एक्शन प्लान (YAP) शुरू किया गया था।
- यमुना नदी पर ताजेवाला बैराज और हथिनीकुंड बैराज बनाए गए हैं।
- यमुना नदी का जल स्तर मानसून के समय सबसे अधिक रहता है।
- यमुना नदी गंगा नदी तंत्र की सबसे लंबी सहायक नदी है।
- यमुना नदी भारतीय साहित्य, वेदों और पुराणों में अनेक बार वर्णित है।
इस ब्लॉग को लिखने का हमारा मुख्य उद्देश्य यही था, की आपको “ यमुना नदी का इतिहास, उद्गम, सहायक नदियाँ और वर्तमान स्थिति | Yamuna River ” से अवगत करवाना था। historyfact123.blogspot.com फॉलो करे, और इस ब्लॉग को अपने दोस्तों के साथ शेयर करे, धन्यवाद।



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