सुनील छेत्री का जीवन परिचय ( Biography of Sunil Chhetri )

नमस्कार दोस्तों आज हम भारत के मशहूर सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर सुनील छेत्री जी के बारे में जानेंगे की उनका जन्म कहाँ हुआ और उनके माता-पिता का क्या नाम है, कहाँ से शिक्षा लिए कितने पुरस्कार मिला है कौन सा सम्मान मिला है।

सुनील छेत्री का जीवन परिचय ( Biography of Sunil Chhetri )


  • नाम :-        सुनील छेत्री

  • जन्म तिथि :- 3 अगस्त 1984 (सिकंदराबाद, भारत)

  • पेशा :-        भारतीय पेशेवर फुटबॉलर

  • माता-पिता :- केबी छेत्री/सुशीला छेत्री

  • पत्नी :-          सोनम भट्टाचार्य

  • कुल गोल्स :- 80 Goals (2022) 

  • प्रसिद्ध :-        भारतीय फुटबॉल टीम कप्तान

  • उम्र :-                उम्र 37 (2021)

  • राष्ट्रीयता :-   भारतीय


परिचय (Introduction )

सुनील छेत्री का जन्म (3 अगस्त १९८४)  भारत में स्थित आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में हुआ था। उनके पिता का नाम केबी छेत्री है, जोकि इलेक्ट्रॉनिक्स एंड केमिकल इंजीनियर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडियन आर्मी में ऑफिसर थे। उनकी मां का नाम सुशीला छेत्री है। इसके अलावा सुनील छेत्री के परिवार में उनकी एक बहन भी है। जिनका नाम बंदना छेत्री है। सुनील छेत्री का पूरा परिवार फुटबॉल में काफी दिलचस्पी रखता था और इसी के वजह से सुनील छेत्री का मन भी फुटबॉल की तरफ मुड़ गया। जिन्होंने अपनी शादी 4 दिसंबर 2017 को संपन्न की पत्नी का नाम सोनम भट्टाचार्य है।

 शिक्षा ( Education )

सुनील छेत्री के शुरुआती पढ़ाई की  गंगटोक के बहाई स्कूल, कोलकाता के लोयोला स्कूल और नई दिल्ली के आर्मी पब्लिक स्कूल से की। इसके बाद सुनील छेत्री ने आसुतोष सोल्लगे से अपनी पढ़ाई पूरी की। सुनील छेत्री के पिता एक आर्मी ऑफिसर थे, इसलिए सुनील छेत्री को कई अलग-अलग जगहों के स्कूल की पढ़ाई करनी पड़ी।


फुटबॉल करियर की शुरुआत (Football career start )

बचपन से ही फुटबाल में रूचि थी लेकिन 17 वर्ष की उम्र में अपना फुटबॉल का करियर शुरू किया। उन्होंने डॉमेस्टिक लेवल पर दिल्ली सिटी फुटबॉल क्लब और अन्य कई टीमों के लिए भी फुटबॉल खेला। और उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए सुनील छेत्री को 2002 में कोलकाता की फुटबॉल क्लब मोहन बागान की ओर से खेलने का मौका मिला जहां उन्होंने लगातार अपने परफॉर्मेंस को बेहतर करने की प्रयास की। सुनील छेत्री उन खिलाड़ियों में शामिल थे, जिन्होंने अपने करियर के शुरुआत से ही कई अन्य टीमों की ओर से खेलने का मौका मिला।

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान ( Indian football team captain )

सुनील छेत्री को असली पहचानता मिली जब उनका शानदार प्रदर्शन को देखते हुए चयनकर्ताओं ने उन्हे  2005 में भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का हिस्सा बनाया, यहाँ से सुनील छेत्री ने भारतीय नेशनल टीम की ओर से अपना पहला गोल 12 जून 2005 को पाकिस्तान के खिलाफ किया। 2005 में ही सुनील छेत्री को जेसीटी (JCT) फुटबॉल क्लब की ओर से खेलते हुए नज़र आये।  लगातार 3 साल तक खेलते हुए सुनील छेत्री ने अपनी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसी वजह से सुनील छेत्री अपनी टीम के अहम खिलाड़ी बनने में कामयाब हुए। इसके बाद सुनील छेत्री को लगातार ईस्ट बंगाल फुटबॉल क्लब, बेंगलुरु फुटबॉल क्लब और मुंबई सिटी फुटबॉल जैसी कई टीमों की तरफ से खेलने का मौका मिला। और वर्तमान में सुनील छेत्री भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान है।

इसमें कोई दोराई नहीं है कि वर्तमान में भारत के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री हैं, क्योंकि भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम  को नई ऊंचाइयों तथा अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सुनील छेत्री को भारत सरकार द्वारा 2019 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा सुनील छेत्री को एनडीटीवी इंडिया ने 2007 प्लेयर ऑफ द ईयर का अवार्ड और IFFA Player Of The Year अवार्ड से भी सम्मानित किये गए है।


 दुनिया के सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी (Highest goalscorer in the world)

विश्व के नंबर वन फुटबॉलर क्रिस्टीयानो रोनाल्डो के बाद ऐसे सक्रिय खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज्यादा गोल से विश्व का दूसरा पद हासिल किया हो।सुनील छेत्री ने अपने करियर से लेकर वर्तमान तक कुल 80 गोल दागे हैं, जिसके कारण सुनील छेत्री भारत के नहीं विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक मन जाता हैं। सुनील छेत्री ने विश्व के महानतम फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक लियोन मेसी को पीछे छोड़ते हुए विश्व की दूसरी फुटबॉल रैंक हासिल की है। 

सुनील छेत्री अवार्ड्स ( Sunil Chhetri Awards )

  • 2019 – पद्म श्री
  • 2011 – फुटबॉल के लिए अर्जुन पुरस्कार
  • 2021 – फुटबॉल के लिए अर्जुन पुरस्कार

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